Author(s): डॉ. पूजा
सार: जैन धर्म विश्व के सबसे प्राचीन दर्शन या धर्मो में से एक है। जैन धर्म सनातन धर्मं का ही एक प्रकार है जो भारत कि प्राचीन परंपराओं से निकला है। संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए जैन धर्म सिद्धांतो का निर्माण किया गया है। वर्तमान में जैन धर्मं के ढाई हजार साल पूर्व बहे सिद्धांत कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में बचाव के रूप में आ रहे है। विश्व में जैन धर्म और जैन जीवन दर्शन कोरोना के वर्तमान संकट के दौर में समाधान के रूप में सामने आया है। जैन मुनि मुंह पर पट्टी (मोस्क) बांधते है, सामाजिक दुरी (सोशल डिस्टेंसिंग), आइसोलेशन एवं क्वारंटीन (एकांतवास) का पालन करते है तथा शाकाहार आदि जैन जीवनशैलीके आधार है जो आज विश्व के लिए कोरोना मुकति के सशक्त आधार बन रहे हैं
सार तत्व: जैन सिद्धांतो द्वरा कोरोना बचाव, मूंहपट्टी, सामाजिक दुरी, एकांतवास, शाकाहार ।
DOI:10.61165/sk.publisher.v9i8.1
Download Full Article from below:
जैन धर्म और कोविड – 19
Pages:37-42