Author(s): राजेश
मुख्य शोध सारः भारतीय समाज में प्राचीन समय से ही स्थानीय स्तर पर न्याय करने के लिए पंचायती राज व्यवस्था पर बल दिया जाता है. पंच परमेश्वर की अवधारणा इसी पर आधारित है. स्वतंत्र भारत में सबसे पहले पंचायती राज व्यवस्था की शुरुवात प्रधानमन्त्री जवाहर लाल नेहरु ने राजस्थान के नागौर जिले के बगदरी गाँव से की थी. परन्तु इसको संवैधानिक स्वरूप 73 वें तथा 74 वें संवैधानिक संशोधन द्वारा दिया गया. भारतीय पंचायती राज व्यवस्था एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण शासन प्रणाली है, जो स्थानीय स्वशासन की जड़ों को मजबूती से समर्पित करती है। यह व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्रों में लोकतंत्र को बढ़ावा देने और सामुदायिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस विश्लेषणात्मक अध्ययन में, पंचायती राज व्यवस्था के इतिहास, संरचना, विकास, चुनौतियाँ और वर्तमान प्रासंगिकता पर चर्चा की जाएगी।
मुख्य शब्दः पंच परमेश्वर, भारतीय समाज, संवैधानिक स्वरूप, संवैधानिक संशोधन, स्मृतियों।
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Pages:63-65