Volume 5, Issue 3, March - 2018

भारत में राजनीतिक विज्ञापनों के उभरते नये रुझान: एक अध्ययन

Author(s):Ravinder Singh

सारांश: लोकतंत्र की सफलता लोगों की भागीदारी पर निर्भर करती हैं। लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी का सबसे बड़ा अवसर चुनाव हैं। चुनाव में सभी राजनैतिक पार्टियों, उनके नेताओं तथा प्रत्याशियों द्वारा जनता से सम्पर्क स्थापित किया जाता हैं। जनता से सम्पर्क स्थापित करने के लिए नेताओं द्वारा प्रत्यक्ष रूप से जनता के बीच जाकर और मीडिया के विभिन्न माध्यमों का प्रयोग किया जाता हैं। चुनावी प्रत्याशियों द्वारा अपने वादों, घोषणाओं, योजनाओं और लोगों की समस्या के समाधानों को प्रचारित और विज्ञापित किया जाता हैं। जिससे जनता का विश्वास हासिल किया जा सके और उन्हें ये लगे की अमूक प्रत्याशी ही उनकी समस्यों को हल कर सकता है |इसके लिए सभी पार्टिया और उनके उम्मीदवार सभी प्रकार के मीडिया का प्रयोग करते है ताकि जनता तक अपनी बात पहुचाई जा सके | यह उम्मीदवारों की लोगों के मस्तिष्क में उनकी छवि बनने का काम करती है इसी बनाई हुई छवि के आधार पर ही लोगों दवारा मत देने का निर्णय लिया जाता है | एसलिय सभी उम्मीदवार विज्ञापनों के माध्यम से इसी दोड़ में लगे रहते है |

मुख्य शब्द: राजनीतिक विज्ञापन, मीडिया, लोकतंत्र, अन्तर्वस्तु विश्लेषण विधि, चुनाव, विज्ञापन |

DOI:10.61165/sk.publisher.v5i3.1

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भारत में राजनीतिक विज्ञापनों के उभरते नये रुझान: एक अध्ययन

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